संत सियाराम का 110 साल की उम्र मे निधन, 10 साल तक खड़े होकर किए थे मौन तपस्या
मध्य प्रदेश के खरगोन जिले में स्थित भट्यान गांव में रहने वाले संत सियाराम बाबा का 11 दिसंबर 2024 को निधन हो गया। वे 100 वर्ष से अधिक आयु के थे। उनका निधन नर्मदा नदी के किनारे स्थित उनके आश्रम में हुआ।
संत सियाराम बाबा का जन्म 1933 में गुजरात के भावनगर में हुआ था। 17 वर्ष की आयु में वे गृहस्थ जीवन त्यागकर आध्यात्मिक मार्ग पर अग्रसर हो गए। उन्होंने कई वर्षों तक शिक्षा ग्रहण करने और तीर्थ भ्रमण करने के बाद भट्यान गांव में नर्मदा तट पर अपना आश्रम स्थापित किया।
संत सियाराम बाबा को निमोनिया की शिकायत थी, जिसके चलते उनका स्वास्थ्य बिगड़ा था। इलाज के बाद वे कुछ समय अस्पताल में रहे, फिर भट्टयान आश्रम वापस लौट आए थे।
संत सियाराम बाबा के निधन पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शोक प्रकट किया और कहा कि संत सियाराम बाबा एक महान आध्यात्मिक गुरु थे, जिन्होंने अपना जीवन लोगों की सेवा और आध्यात्मिक मार्गदर्शन में समर्पित किया। उनका निधन एक बड़ी क्षति है।
संत सियाराम बाबा के अनुयायियों और समर्थकों ने भी उनके निधन पर शोक प्रकट किया और कहा कि वे एक महान आत्मा थे, जिन्होंने लोगों को आध्यात्मिक मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी। उनकी शिक्षाएं और उपदेश हमारे लिए हमेशा प्रेरणास्रोत रहेंगे।
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